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मार्च, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Kejriwal Changed The Politics of India | केजरीवाल ने भारत की राजनीति को बदल कर रख दिया - लेखक : सुभाष चन्द्र

क्या केजरीवाल देश की राजनीति में कोई बदलाव लाया और देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने में कुछ योगदान किया ? लोग कहते हैं केजरीवाल राजनीति बदलने और भ्रष्टाचार ख़त्म करने आया था मगर खुद बदल गया - लेकिन उसकी कुछ हरकतों को देखा जाए तो पता चलेगा कि उसने बहुत कुछ किया है - कैसे - गिरफ्तार होने वाला केजरीवाल पहला मुख्यमंत्री बना जबकि पहले सभी मुख्यमंत्री लालू यादव, जयललिता और हेमंत सोरेन ने गिरफ्तार होने से पहले त्यागपत्र दिया - ये क्या कम बदलाव है राजनीति में जो CM रहते हुए गिरफ्तार हुआ - जेल से सरकार चलाने वाला पहला मुख्यमंत्री बना - कोई कर सकता है क्या ऐसा - यह बदलाव लाया केजरीवाल राजनीति में, ये कोई छोटी बात नहीं है - आज के विपक्ष के सारे नेताओं को चोर कहता रहा और आज उन्हीं के साथ “गठबंधन” में है - यह है राजनीति में बदलाव - सोनिया गांधी, लालू यादव, मुलायम सिंह यादव, करूणानिधि, ठाकरे, बादल, फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती सबको परिवारवादी कहता रहा - अब खुद अपनी पत्नी को राजनीति में सेट करने चला है और सभी परिवारवादियों के साथ “गठबंधन” किये हुए है - सब पर Corruption के आरोप लगाता रहा और मांग करता ...

Arunachal Pradesh - What did Congress and “Nehru” do | अरुणाचल प्रदेश - कांग्रेस और “नेहरू” ने क्या किया - खड़गे साहब - लेखक : सुभाष चन्द्र

खड़गे साहब अरुणाचल प्रदेश पर  बोलने से पहले अपने गिरेबान में  झांको - कांग्रेस और “नेहरू” ने क्या किया - कल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर विदेश नीति पर अपना ज्ञान पेलने की कोशिश करते हुए कहा है कि “मोदी सरकार अरुणचल प्रदेश पर चीन के दावे का कड़े तरीके से खंडन करे - चीन के हास्यास्पद दावे जगजाहिर हैं और इसका माकूल जवाब देना जरूरी है - सरकार से माकूल जवाब की अपेक्षा रखते हुए यह भी कहा कि दलगत राजनीति से इतर भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में हम साथ हैं” खड़गे साहब एक तरफ आप सरकार के साथ होने का दावा करते हैं और दूसरी तरफ आप उसी चीन की communist party के साथ MOU साइन करके उसके साथ खड़े रहते हों और हर मामले में सरकार का विरोध करते हो - ये जो बयान आपने दिया उसके साथ आपने गलवान में सरकार की आलोचना भी कर दी और 20 जवानों के बलिदान पर मोदी को दोष देते हुए यह भी कह दिया कि मोदी ने चीन को उसके लिए clean chit दी थी जबकि मोदी ने ऐसा कुछ नहीं कहा और कांग्रेस ने उनके बयान को आधा अधूरा पेश किया - मोदी ने कहा था भारतीय क्षेत्र में कोई विदेश नहीं है जिसका मतलब था ...

Foreign powers should stop making statements against India | विदेशी ताकतें भारत के खिलाफ बयानबाजी करना बंद करें - लेखक : सुभाष चन्द्र

  विदेशी ताकतें भारत के खिलाफ बयान बाजी करना बंद करें भारत के खिलाफ  #Antonio_Guterres (एंटोनियो गुटेरेस) #Secretary_General of the #United_Nations का  बयान  #UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस चौधरी बन गए जर्मनी और US के बाद, भारत के खिलाफ विषवमन कोई नई बात नहीं है - पुर्तगाल के नागरिक एंटोनियो गुटेरेस 2017 में UN महासचिव बनने के बाद कई बार विवादों में पड़ चुके है अपने गैर जरूरी बयानों के कारण - अब जर्मनी और अमेरिका के बाद केजरीवाल के मामले में टांग फंसा कर ये भी चौधरी बनने की कोशिश किए हैं लेकिन ऐसा करके जर्मनी, अमेरिका और एंटोनियो गुटेरेस स्वीकार कर रहे हैं कि केजरीवाल अमेरिका का पालतू है वरना किसी देश और #UNO दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में दखल देने की क्या आवश्यकता है - एंटोनियो गुटेरेस भूल गए भारत ऐसा लोकतांत्रिक देश है जहां 140 करोड़ में से 95 करोड़ से ज्यादा मतदाता होते हुए भी शांतिपूर्ण चुनाव होते हैं जो अमेरिका तक कराने में असफल रहा पिछली बार - कभी गुटेरेस ने अमेरिका को पाठ पढ़ाया है कि डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ निष्पक्ष जांच होनी चाहिए - केजरीवाल और कांग्रेस के बैंक ख...

Mukhtar Ansari Death | क्या मुख्तार अंसारी के साथ आतंक और माफिया का भी अंत हो गया। ... लेखक : सुभाष चन्द्र

  क्या मुख़्तार अंसारी के साथ आतंक के अध्याय का भी अंत हो गया - ऐसा सोचना गलत है बेशक योगी का प्रयास चल रहा है - कुछ लोगों का मत है कि मुख़्तार अंसारी की मौत से आतंक के अध्याय का भी अंत हो गया लेकिन एक दूसरा मत यह भी है कि बेशक योगी जी का अभियान चल रहा है आतंकी और माफियाओं को ख़त्म करने के लिए पर आतंक और माफिया कमजोर हो सकते हैं ख़त्म होने में काफी समय लगेगा और शायद ख़त्म न भी हो - अतीक अहमद और अशरफ की मौत के बाद उनके गैंग के गुर्गे फिर से एक्टिव हैं - 2 दिन पहले अतीक के बेटे अली अहमद समेत 8 लोगों पर बालू व्यापारी ने 10 लाख की रंगदारी मांगने का मामला दर्ज किया है - अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन फरवरी से गायब है - वो कहीं छुपी हुई कोई नेक काम तो कर नहीं रही होगी - अतीक गैंग के रहते आतंक कैसे ख़त्म माना जा सकता है  फिर, मुख़्तार अंसारी के परिवार के कई सदस्यों पर मुक़दमे चल रहे हैं -  -पत्नी अफ़सा पर 11 मुक़दमे दर्ज हैं -  (धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट में); -भाई सिबगतुल्ला पर 3 मुक़दमे हैं - (जानलेवा मामले); -भाई अफजल पर 7 मुक़दमे; -बेटे अब्बास के खिलाफ 8 मुक़दमे और पुत्रवधु निखत पर भी एक...

Court vs Government | Dual Attitude is not Appropriate | दोहरा रवैया उचित नहीं है | जज त्यागपत्र देकर चुनाव लड़ें और सरकार बनाएं- लेखक : सुभाष चन्द्र

मौका है अभी सुप्रीम कोर्ट के जज त्यागपत्र देकर चुनाव लड़ें, सरकार बना कर सरकार चलाएं -इस तरह सरकार का हर काम अपने हाथ में लेना ठीक नहीं - वर्ष 2014 में #नरेंद्र_मोदी के #प्रधानमंत्री बनने के बाद शायद ही कोई ऐसा #कानून हो जिसे सरकार ने #संसद से पारित करा कर लागू किया हो और उसे विपक्ष और प्रशांत भूषण समेत कुछ अन्य सरकार विरोधी तत्वों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती न दी हो - #सुप्रीम कोर्ट ने भी हर कानून की विवेचना करने की कोशिश की है चाहे वह तकनीकी रूप में उसके लिए सक्षम हो या न हो - सुप्रीम कोर्ट को संसद द्वारा पारित किए कानून में कानूनी कमियां निकालने का तो अधिकार है लेकिन उसे  कानून को खारिज / रद्द करने का अधिकार नहीं है क्योंकि कानून बनाना संसद का दायित्व है और एकाधिकार है - जो कानून बनाने का अधिकार रखता है, वही उसे बदलने और ख़त्म करने का अधिकार रखता है, अलबत्ता सुप्रीम कोर्ट केवल #संसद को कानून में कमियां बता सकता है जिन्हें संसद चाहे तो स्वीकार करे या न करे, यह उसके विवेक पर छोड़ देना चाहिए - सुप्रीम कोर्ट इस तरह संसद के कानून को रद्द करने के लिए सक्षम नहीं है - #NJAC कानून तो तो 5 ज...

Germany and America Attack on our Judiciary | जर्मनी और अमेरिका की केजरीवाल के बारे में टिप्पणियां हमारी न्याय व्यवस्था पर हमला है - लेखक : सुभाष चन्द्र

किसी दूसरे देश की नीतियों में दखल देना अमेरिका और अन्य देशों को बंद करना होगा - जर्मनी और अमेरिका की केजरीवाल के बारे में  टिप्पणियां हमारी न्याय व्यवस्था पर हमला है - हमने क्या कभी ट्रम्प पर मुक़दमे पर कोई टिप्पणी की है ? कुछ दिन पहले जर्मनी ने केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर भारत के खिलाफ अनर्गल विलाप करते हुए कहा था कि “आरोपों का सामना कर रहे किसी भी अन्य व्यक्ति की तरह केजरीवाल भी निष्पक्ष व भेदभाव रहित मुक़दमे का हक़दार है - हम मानते हैं और अपेक्षा करते हैं कि इस मामले में भी न्यायपालिका की स्वतंत्रता से सम्बंधित मानकों और बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पालन किया जाएगा”  ऐसा कहते हुए जर्मनी ने एक तरह यह  माना कि आरोपों का सामना करने वाले किसी भी व्यक्ति को भारत में निष्पक्ष व भेदभाव रहित मुक़दमे का अधिकार दिया जाता है - लेकिन अन्य बातें कह कर जर्मनी ने भारत के लोकतंत्र और न्यायपालिका की स्वतंत्रता और उसके निष्पक्ष होने पर प्रश्नचिन्ह लगा कर भारत की संप्रभुता पर प्रहार किया जिसके उत्तर में भारत ने उनके राजनयिक को बुला कर कड़ी आपत्ति जताते हुए फटकार लगाई - अब कल अमेरिका भी उछल...

World Theatre Day | विश्व रंगमंच दिवस

 #World_Theatre_Day #विश्व_रंगमंच_दिवस #Theatre 🇮🇳 रंगमंच और इसके कलाकार एक प्रकार से हमारे सांस्कृतिक प्रतिनिधि और परम्पराओं के वाहक-प्रचारक होते हैं। 🇮🇳 🇮🇳 रंगमंच से लोगों का पुराना नाता रहा है। जिसने भी रंगमंच के तिलिस्म में कदम रखा, रंगमंच उसकी रग-रग में उतर गया। वो दूर जाकर भी कभी रंगमंच से दूर नहीं हो सका। ठीक वैसे ही, जैसे किसी मयकश के हलक से उतरकर कोई मय, उसकी रग-रग में फैली और दिल-ओ दिमाग़ पर तारी हो गई। ठीक वैसे ही, जैसे ज़िंदगी के किसी मोड़ पर एक मासूम इश्क़ किसी लैला, किसी शीरीं या किसी सोहणी की शक्ल में किसी क़ैस, किसी फ़रहाद या किसी महिवाल से मिला और उनकी जिंदगी बन गया। 🇮🇳 दरअसल, रंगमंच को जीने वाले, इसे जिंदगी जीने का सलीक़ा कहते हैं। इसका सम्मोहन अद्भुत है। एक रंगकर्मी होने के नाते मेरा यह मानना है कि रंगमंच ज़िंदगी को ज़िंदगी की तरह जीने और समझने का मौका देता है। रंगकर्मी अज़हर अली ने बताया कि रंगमंच के पथ पर चलकर जीवन को जानने, समझने और जीने का हुनर आता है। एक रंगकर्मी के रूप में दूर खड़े होकर ख़ुद को भी एक विश्लेषक की नजर से देख सकते हैं। अभिनेता अजय सिंह...

Chaunsath Yogini | चौंसठ योगिनी आदिशक्ति मां काली का अवतार

#Chaunsath_Yogini |  #चौंसठ_योगिनी #आदिशक्ति #मां #काली का #अवतार चौसठ योगिनी मंदिर या चौंसठ योगिनियां प्रायः आदिशक्ति मां काली का अवतार या अंश होती है। घोर नामक दैत्य के साथ युद्ध करते हुए माता ने उक्त चौंसठ चौंसठ अवतार लिए थे । यह भी माना जाता है कि ये सभी माता पार्वती  की सखियां हैं। इन चौंसठ देवियों में से दस महाविद्याएं और सिद्ध विद्याओं  की भी गणना की जाती है। ये सभी प्रायः आद्य शक्ति काली के ही भिन्न-भिन्न अवतारी अंश हैं। कुछ लोग कहते हैं कि समस्त योगिनियों का संबंध मुख्यतः काली कुल से हैं और ये सभी तंत्र तथा योग विद्या से घनिष्ठ सम्बन्ध रखती हैं। भारत में आठ या 9 प्रमुख चौसठ-योगिनी मंदिर का उल्लेख मिलता है । इसमें केवल पांच के लिखित साक्ष्य उपलब्ध होते हैं-दो ओडिशा में तथा तीन मध्य प्रदेश में। समस्त योगिनियां अलौकिक शक्तिओं से सम्पन्न हैं तथा इंद्रजाल, जादू, वशीकरण, मारण, स्तंभन इत्यादि कर्म इन्हीं की कृपा द्वारा ही सफल हो पाते हैं। प्रमुख रूप से आठ योगिनियों के नाम इस प्रकार हैं:- 1.सुर-सुंदरी योगिनी, 2.मनोहरा योगिनी, 3. कनकवती योगिनी, 4.कामेश्वरी योगिनी, 5. रति ...

Kejriwal is Trapped in his own Trap - अपने ही जाल में फंस रहा केजरीवाल - लेखक : सुभाष चन्द्र

अपने ही जाल में फंस रहा #केजरीवाल - #पानी, अस्पतालों की समस्या एक दिन में बिगड़ गई क्या? केजरीवाल जैसी हरकतें कर रहा है #ED की #custody में रह कर वो उसी के लिए मुसीबत बन जाएगी इसमें कोई शक नहीं है - जो मोबाइल नहीं संभाल सका, उसने दिल्ली का क्या किया होगा - शीश महल पर रेड के बाद 21 मार्च को केजरीवाल गिरफ्तार हुआ और 22 मार्च को कोर्ट ने उसे ED की custody में भेज दिया 28 मार्च तक के लिए - 23 मार्च को केजरीवाल की पत्नी उसे ED की custody में मिलती है और अगले दिन 24 मार्च को केजरीवाल का पत्र जनता के नाम मीडिया के सामने केजरीवाल की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ कर पढ़ती है जबकि न वो कोई मंत्री है और न किसी ओहदे पर है सरकार में - 24 मार्च को ही #आतिशी मार्लेना #केजरीवाल के Custody से उसके नाम जारी किया हुआ आदेश मीडिया में सुनाते हुए भावुक हो कर कहती है कि केवल केजरीवाल जी ही ऐसे व्यक्ति हैं जो कैद में रहते हुए भी जनता की चिंता कर सकते हैं - केजरीवाल ने आतिशी को कहा दिल्ली के कई इलाकों में लोगों को पानी की समस्या हो रही है जिसे तुरंत देखिए  आज 26 मार्च को केजरीवाल का एक और कथित आदेश सौरभ भारद्...

Kejriwal Demand to Build Office in Jail | केजरीवाल जेल में ऑफिस बनाने की मांग | केजरीवाल की जेल से चिट्ठियां- लेखक : सुभाष चन्द्र

  केजरीवाल की ED रिमांड से 2 चिट्ठियां  और जेल में ऑफिस बनाने की मांग - फ़ोन कहां गया CM को याद नहीं, है न कमाल की कहानी - अभी और गलतियां करता जाएगा  अपने 22 मार्च के लेख  ED vs Kejriwal | ये हालत होगी, पता था लेकिन इसके लिए जिम्मेदार केजरीवाल खुद और सिंघवी है https://mereeduneeyaa.blogspot.com/2024/03/ed-vs-kejriwal.html  में मैंने लिखा था कि आज की स्थिति के लिए केजरीवाल खुद और उसका वकील सिंघवी जिम्मेदार हैं जो 9 summons को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दे दी - समय जो विपरीत आ गया था अन्यथा अभी एक summon पर और न जाता तो कुछ दिन अंदर जाने से बचा रहता - अब और भी गलतियां करता जाएगा ये दिल्ली का राजा - रिमांड में जाते ही पत्नी को जनता के नाम चिट्ठी दे दी पढ़ने के लिए और उसने पढ़ भी दी - यही सबसे बड़ी गलती थी क्योंकि ED की कस्टडी में “कैद” में रह कर केजरीवाल कोई भी चिठ्ठी कैसे लिख सकता है - उसके बाद उसने कैद से ही आतिशी मारलेना को दिल्ली में जल की समस्या के लिए विर्देश देते हुए आदेश पारित किए जो Official Order थे और आतिशी भी बड़ी नज़ाकत से प्रेस में पढ़ कर बता रही थी कि जनता...

Supriya Shrinate has now lost her mental balance - Congress is facing defeat. सुप्रिया श्रीनेत अब मानसिक संतुलन खो बैठी - कांग्रेस को हार सामने दिख रही है - लेखक : सुभाष चन्द्र

हर तरह से Frustrated लगती सुप्रिया श्रीनेत  अब मानसिक संतुलन खो बैठी - कांग्रेस और उसके साथी पागल से  हो रहे हैं - हार सामने दिख रही है - कल जब #कंगना #रनौत #Kangana #Ranaut को #हिमाचल_प्रदेश की #मंडी सीट से टिकट दिया गया था, मुझे तब ही आभास हो गया था कि कांग्रेस के “भाषा विशेषज्ञ” अपना ज्ञान जरूर बरसाएंगे इस सीट के लिए और वही हुआ है -  अपने इंस्टा पर #सुप्रिया #श्रीनेत #Supriya_Shrinate  ने एक स्त्री होते हुए कंगना रनौत के लिए सभी मर्यादाएं पार करते हुए भद्दी टिप्पणी करते हुए लिखा - “क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा” और यह लिखते हुए श्रीनेत ने कंगना की एक #Racy #Picture लगाई - अब इन शब्दों का मतलब कोई भी समझ सकता है - अगर श्रीनेत को कहा जाए कि “पूछ तो ऐसे रही हो जैसे खुद कोई .... चलाती हो और......  worker तलाश कर रही हो” तो कैसा लगेगा - और एक बार अपनी पार्टी में भी पूछ ले की किस किस  काम का क्या “रेट” हुआ करता था - इस पर कांग्रेस की 78 साल की #मृणाल पांडे, जो एक अलग तरह की #Frustrated आत्मा लगती है कहती है शायद अपने #Experience से -”शायद यूँ कि मंडी ...

ISIS-K Attack on Russia - रूस पर ISIS - K का हमला विश्व शांति के लिए खतरा हो सकता है - लेखक : सुभाष चन्द्र

इस्लामिक आतंकी हमले की चेतावनी  मैंने 3 दिन पहले दी थी - #ISIS-K #attack on Russia - #रूस पर #ISIS - #K का हमला विश्व शांति के लिए खतरा हो सकता है - अपने 21 मार्च के लेख में मैंने #इज़रायल को #हमास #हिज्बुल्ला और #हूती के #रमजान के महीने में हमलों से सावधान रहने को कहा था और उन पश्चिमी देशों के लिए भी कहा जो हमास के साथ #युद्ध में इज़रायल का समर्थन कर रहे हैं - इन देशों पर #इस्लामिक #आतंकियों का र#मजान के महीने  में हमला हो सकता है - हालांकि #रूस #इज़रायल का समर्थन नहीं कर रहा लेकिन वह भी कुछ हद तक यूरोप का हिस्सा है और इस तरह बड़े इस्लामिक हमले  की मेरी चेतावनी गलत नहीं थी -  जब #इज़रायल पर #हमास के दरिंदों ने 7 अक्टूबर, 2023 को हमला करके 1400 निर्दोष नागरिकों का रक्त बहाया था तब यह आरोप लगा था कि इज़रायल जैसे देश की ख़ुफ़िया एजेंसी #मोसाद विफल रही - सत्य क्या था पता नहीं परंतु इतने बड़े हमले को देख कर कोई यह कह सकता है कि मोसाद विफल रहा - इज़रायल ने खुल कर रूस पर #आतंकी हमले की निंदा की है जबकि रूस ने गोलमोल प्रतिक्रिया दी थी - अब रूस में इस वीभत्स हमले को देख कर माना जा सकत...

Happy Holi | होली वसंत ऋतु का प्रतिनिधित्व करने वाला एक आनंदमय त्योहार है | होली को 'फगुआ', 'धुलेंडी', 'दोल' के नाम से जाना जाता है।

  #होली #वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण #भारतीय और नेपाली लोगों का त्यौहार है। यह #पर्व #हिंदू #पंचांग के अनुसार #फाल्गुन मास की #पूर्णिमा को मनाया जाता है। होली #रंगों का तथा हँसी-खुशी का त्योहार है। यह #भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध #त्योहार है, जो आज विश्वभर में मनाया जाने लगा है|  होली को 'फगुआ', 'धुलेंडी', 'दोल' के नाम से जाना जाता है। #Holi is a popular and significant #Hindu #festival #celebrated as the Festival of #Colours, #Love, and #Spring. It celebrates the eternal and divine love of the deities #Radha and #Krishna. Additionally, the day signifies the triumph of good over evil, as it commemorates the victory of #Vishnu as #Narasimha over #Hiranyakaship Holi is still known as '#Fagua', '#Dhulendi', '#Dol'. #भगवान #विष्णु के प्रति प्रहलाद की अटूट भक्ति के कारण उसके पिता #हिरणाकश्यप को क्रोध आया, जिसके कारण होलिका ने एक विश्वासघाती योजना बनाई. हालांकि, दैवीय हस्तक्षेप ने बुराई को विफल कर दिया, जिससे #होलिका दहन की शुर...

| पंडित हरिभाऊ उपाध्याय | साहित्यकार तथा स्वतंत्रता आंदोलन के राष्ट्रसेवी | 24 मार्च, 1892 - 25 अगस्त, 1972

  हरिभाऊ उपाध्याय का जन्म 24 मार्च, 1892 को मध्य प्रदेश में #उज्जैन ज़िले के #भौंरोसा नामक गाँव में हुआ था। विद्यार्थी जीवन से ही उनके मन में साहित्य के प्रति चेतना जाग्रत हो गई थी। संस्कृत के नाटकों तथा अंग्रेज़ी के प्रसिद्ध उपन्यासों के अध्ययन के बाद वे उपन्यास लेखन की  और अग्रसर हुए। 🇮🇳 हरिभाऊ उपाध्याय ने हिन्दी सेवा से सार्वजनिक जीवन शुरू किया और  सबसे पहले  ‘औदुम्बर’ मासिक पत्र के प्रकाशन द्वारा हिन्दी पत्रकारिता जगत में पर्दापण किया। सबसे पहले  1911 में वे ‘औदुम्बर’ के सम्पादक बने। पढ़ते-पढ़ते ही इन्होंने इसके सम्पादन का कार्य भी आरम्भ किया। ‘औदुम्बर’ में कई विद्वानों के विविध विषयों से सम्बद्ध पहली बार लेखमाला निकली, जिससे हिन्दी भाषा की स्वाभाविक प्रगति हुई। इसका श्रेय हरिभाऊ के उत्साह और लगन को ही जाता है। 1915  में हरिभाऊ उपाध्याय #महावीर_प्रसाद_द्विवेदी के सान्निध्य में आये। हरिभाऊ जी खुद लिखते हैं कि- “औदुम्बर की सेवाओं ने मुझे आचार्य द्विवेदी जी की सेवा में पहुँचाया।” द्विवेदी जी के साथ ‘सरस्वती’ में कार्य करने के बाद हरिभाऊ उपाध्याय ने ‘प्रत...

Radhikaraman Prasad Singh | राधिकारमण प्रसाद सिंह | पद्मभूषण तथा साहित्य वाचस्पति की उपाधि से अलंकृत साहित्यकार |

 जब वक्त्त गुजर जाता है तो याद बनती है. किसी बाग की खुशबू निकल जाए तो फूल खिलने की फरियाद आती है. इसी तरह आज साहित्य नगरी #सूर्यपुरा का स्वर्णिम अतीत सिर्फ यादों में सिमटकर रह गया है. साहित्याकाश के दीप्तिमान नक्षत्र राजा राधिकारमण प्रसाद सिंह का किला आज भले ही रख रखाव के अभाव में खंडहर में तब्दील होने लगा हो परंतु लाहौरी ईट से बना यह किला आज भी राजा साहब की याद को ताजा करता है. 🇮🇳🔰 राजा राधिका रमण प्रसाद सिंह का जन्म 10 सितम्बर 1890 को तत्कालीन #शाहाबाद जिला के #बिक्रमगंज के #सूर्यपुरा ग्राम के एक कायस्थ परिवार में हुआ था. बड़े जमींदार होने की वजह से अपने नाम के साथ सिंह लगाते थे. इनके पिता #राज_राजेश्वरी_प्रसाद_सिंह हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, बंग्ला, फ़ारसी तथा पश्तो के विद्वान होने के साथ ब्रज भाषा के एक बड़े कवि भी थे. राधिका रमण प्रसाद के पितामह #दीवान_राम_कुमार_सिंह साहित्यक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे और कुमार उपनाम से ब्रज भाषा मे कविताएं लिखा करते थे. ये कहना गलत नही होगा कि राजा राधिका रमण प्रसाद सिंह को साहित्य विरासत में मिला था. 🇮🇳🔰 उनकी प्राम्भिक शिक्षा घर पर ही हुई...