केजरीवाल की ED रिमांड से 2 चिट्ठियां
और जेल में ऑफिस बनाने की मांग -
फ़ोन कहां गया CM को याद नहीं, है न कमाल की कहानी -
अभी और गलतियां करता जाएगा
अपने 22 मार्च के लेख
ED vs Kejriwal | ये हालत होगी, पता था लेकिन इसके लिए जिम्मेदार केजरीवाल खुद और सिंघवी है https://mereeduneeyaa.blogspot.com/2024/03/ed-vs-kejriwal.html
में मैंने लिखा था कि आज की स्थिति के लिए केजरीवाल खुद और उसका वकील सिंघवी जिम्मेदार हैं जो 9 summons को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दे दी - समय जो विपरीत आ गया था अन्यथा अभी एक summon पर और न जाता तो कुछ दिन अंदर जाने से बचा रहता -
अब और भी गलतियां करता जाएगा ये दिल्ली का राजा - रिमांड में जाते ही पत्नी को जनता के नाम चिट्ठी दे दी पढ़ने के लिए और उसने पढ़ भी दी - यही सबसे बड़ी गलती थी क्योंकि ED की कस्टडी में “कैद” में रह कर केजरीवाल कोई भी चिठ्ठी कैसे लिख सकता है - उसके बाद उसने कैद से ही आतिशी मारलेना को दिल्ली में जल की समस्या के लिए विर्देश देते हुए आदेश पारित किए जो Official Order थे और आतिशी भी बड़ी नज़ाकत से प्रेस में पढ़ कर बता रही थी कि जनता के लिए समर्पित मुख्यमंत्री को जेल में रह कर भी जनता की कितनी चिंता है -
ये एक अलग गलती थी जिसके लिए सुनने में आया है कि ED जांच कर रही है कि जब केजरीवाल को कोई कंप्यूटर और टाइपराइटर नहीं दिया गया तो केजरीवाल की चिट्ठी बाहर कैसे आ गई और हो सकता है इस पर अलग से कार्रवाई हो जाए - ऐसा भी कहा गया है कि आतिशी को दिए गए पत्र में निर्देश हिंदी में थे लेकिन केजरीवाल को हिंदी में टाइप करना आता ही नहीं - इसमें आतिशी भी लपेटे में आएगी -
इसके अलावा कल से यह भी शोर मचाया जा रहा है जैसा आतिशी ने कहा कि केजरीवाल जी दिल्ली के मुख्यमंत्री थे, अभी भी हैं और आगे भी रहेंगे - केजरीवाल के लिए जेल में उनका ऑफिस स्थापित करने की मांग की जाएगी, ऐसा पंजाब के CM भगवंत मान ने भी कहा है कि वह इसके लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
जेल में कैदी को काम उनकी शैक्षिक योग्यता और सामाजिक प्रतिष्ठा को ध्यान में रख कर दिया जाता है लेकिन केजरीवाल अपने Profession को देखते हुए काम करने के लिए ऑफिस मांगना चाहता है - ऐसी मांग स्वीकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट को 50 बार सोचना पड़ेगा क्योंकि फिर हर कोई व्यक्ति अपने Profession के अनुसार काम करने की अनुमति चाहेगा -
इस संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस L Nageshwar Rao के 25 मई 2022 के फैसले को देखना पड़ेगा जिसमे उन्होंने कहा था कि वेश्यावृति एक Profession है लेकिन वेश्यालय चलाना एक अपराध है - उन्होंने कहा था : “sex workers should not be “arrested or penalised or harassed or victimised” whenever there is a raid on any brothel, “since voluntary sex work is not illegal and only running the brothel is unlawful”
अगर केजरीवाल के ऑफिस खोलने की अनुमति दी गई तो जो भी sex workers किसी भी जुर्म में कहीं भी जेल में हैं, तो वो भी तुरंत अनुमति चाहेंगी कि उन्हें भी अपना Profession का काम करने की अनुमति दी जाए.
केजरीवाल चौड़ा हो रहा है कि वो जेल से सरकार चलाएगा और त्यागपत्र नहीं देगा - सत्येंद्र जैन को भी एक साल तक मंत्री बने रहने दिया था लेकिन सिसोदिया के गिरफ्तार होते ही दोनों का Resignation ले लिया था - केजरीवाल ने कहा था “सिसोदिया चोरी करेगा तो वो केजरीवाल का सगा नहीं है, उसे जेल जाना पड़ेगा और केजरीवाल चोरी करेगा तो वो भी किसी का सगा नहीं है उसे भी जेल जाना होगा” - लेकिन खुद जेल जाने से बचता रहा -
अब सिसोदिया और जैन किसी के सगे नहीं थे तो जेल जाकर त्यागपत्र देना पड़ा, फिर केजरीवाल किसका सगा है जो जेल जाकर भी त्यागपत्र नहीं देगा -
जिसके पास कोई मंत्रालय नहीं है और जो कहीं sign नहीं करता और जिसे इतना भी याद है कि उसका फ़ोन कहा गया, उसे जेल में office किस लिए चाहिए -
"लेखक के निजी विचार हैं "
लेखक : सुभाष चन्द्र | मैं हूं मोदी का परिवार | “मैं वंशज श्री राम का” 25/03/2024
#Kejriwal #judiciary #ed #cbi #delhi #sharabghotala #Rouse_Avenue_court #liquor_scam #aap #Muslims,#implemented_CAA,#Mamata, #Stalin, #Vijayan, #threatening , #impose_CAA ,#respective_states,#Opposition_Against_CAA, #persecuted_Hindus #minorities, #except_Muslims #Congress_Party, #political_party, #indi #gathbandhan #Prime_Minister #Rahulgandhi #PM_MODI #Narendra _Modi #BJP #NDA #Samantha_Pawar #George_Soros #Modi_Govt_vs_Supreme_Court #Arvind_Kejriwal, #DMK #A_Raja #top_stories
सूचना: यंहा दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की कोई गारंटी नहीं है। सूचना के लिए विभिन्न माध्यमों से संकलित करके लेखक के निजी विचारो के साथ यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह की जिम्मेदारी स्वयं निर्णय लेने वाले पाठक की ही होगी।' हम या हमारे सहयोगी किसी भी तरह से इसके लिए जिम्मेदार नहीं है | धन्यवाद। ...
Notice: There is no guarantee of authenticity or reliability of the information/content/calculations given here. This information has been compiled from various mediums for information and has been sent to you along with the personal views of the author. Our aim is only to provide information, readers should take it as information only. Apart from this, the responsibility of any kind will be of the reader himself who takes the decision. We or our associates are not responsible for this in any way. Thank you. ,
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें