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फ़रवरी, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Illegal Construction | Good Order from the Supreme Court | अच्छा आदेश है सुप्रीम कोर्ट का | हर जगह लागू होना चाहिए | लेखक : सुभाष चन्द्र

  Illegal construction Good Order from the Supreme Court | अच्छा आदेश है सुप्रीम कोर्ट का  |  हर जगह लागू होना चाहिए, अच्छा आदेश है सुप्रीम कोर्ट का,  लेकिन यह हर जगह लागू होना चाहिए, सुप्रीम कोर्ट हर राज्य सरकार से  समयबद्ध सीमा में अवैध निर्माण  गिराने के आदेश दे - सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने चेन्नई में बनाई गई मस्जिद और मदरसे को गिराने के मद्रास हाई कोर्ट के देश को बरक़रार रखते हुए 26 फरवरी को कहा कि वह निर्माण पूरी तरह अवैध था - मस्जिद व दरगाह समिति की अपील को खारिज करते हुए अदालत ने कहा सार्वजनिक स्थानों पर अवैध कब्ज़ा कर बनाए गए धार्मिक स्थलों को हटाना ही उचित है जैसा हम पूर्व आदेशों में भी कह चुके हैं - मस्जिद और दरगाह समिति ने कहा था कि वह जमीन लंबे समय से खाली पड़ी थी जिसका मतलब है कि सरकार को जनहित में उसकी जरूरत नहीं थी - पीठ ने इस पर कहा कि क्या इसका मतलब है कि आप जमीन पर कब्ज़ा कर लेंगे, जमीन सरकार की है, वह उसे प्रयोग करे या न करे, लेकिन आपको उस पर कब्ज़ा करने का कोई अधिकार नहीं है - अदालत ने बिल्डिंग हटाने...

Prof. Conjeevaram Srirangachari Seshadri | Famous Mathematician | कांजिवरम श्रीरंगचारी शेषाद्रि | 29 फ़रवरी, 1932-17 जुलाई, 2020

  Prof. Conjeevaram Srirangachari Seshadri | कांजिवरम श्रीरंगचारी शेषाद्रि | 29 फ़रवरी, 1932-17 जुलाई, 2020  🇮🇳 #कांजिवरम #श्रीरंगचारी #शेषाद्रि (जन्म- 29 फ़रवरी, 1932; मृत्यु- 17 जुलाई, 2020, #चेन्नई) भारत के एक प्रसिद्ध गणितज्ञ थे। उन्हें सन 2009 में भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया गया था। सी. एस. शेषाद्रि स्वातंत्र्योत्तर काल में भारतीय गणित के नेताओं में से एक थे। वह संगीत और कर्नाटक संगीत के एक कुशल गायक भी थे, जो बड़ी बारीकियों में सक्षम थे। 🇮🇳 #भारतीय #गणितज्ञ सी. एस. #शेषाद्रि का जन्म 29 फ़रवरी, 1932 को हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च में स्नातक छात्रों के पहले बैच के रूप में की थी। शानदार सहयोगियों के साथ-साथ एम.एस. नरसिम्हन, एस. रामकरण और एम.एस. रघुनाथन, उन्होंने टीआईएफआर में स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स को दुनिया में गणित अनुसंधान के प्रमुख केंद्रों के रूप में स्थापित करने में मदद की। 🇮🇳 वह 1985 में गणितीय विज्ञान संस्थान में चेन्नई चले गए। 1989 में, उन्हें एसपीआईसी साइंस ...

Jagadguru Shri Jayendra Saraswati Shankaracharya | जगद्गुरु श्री जयेन्द्र सरस्वती शंकराचार्य | 18 July, 1935-28 February, 2018

  🇮🇳 #Jagadguru Shri #Jayendra #Saraswati #Shankaracharya #जगद्गुरु श्री #जयेन्द्र #सरस्वती #शंकराचार्य (18 July, 1935-28 February, 2018) जगद्गुरु श्री जयेन्द्र सरस्वती शंकराचार्य (जन्म- 18 जुलाई, 1935; मृत्यु- 28 फ़रवरी, 2018) कामकोटि पीठ, #कांचीपुरम, तमिलनाडु के शंकराचार्य थे। स्वामी जी ने रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ा और #मठ की गतिवधियों का विस्तार समाज कल्याण, ख़ासकर दलितों के शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे कार्यों तक किया। उन्हें 22 मार्च, 1954 को चंद्रशेखरानंद सरस्वती स्वामीगल ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, जिसके बाद वह 69वें मठ प्रमुख बने थे। जयेन्द्र सरस्वती ने अयोध्या विवाद के हल के लिए भी पहल की थी। इसके लिए अटल बिहारी वाजपेयी ने उनकी काफी प्रशंसा की थी। 🇮🇳 जयेन्द्र सरस्वती ने हिंदुओं के प्रमुख केंद्र कामकोटि मठ को और ताकतवर बनाया। उनके समय में यहाँ एनआरआई और राजनीतिक शख्सियतों की गतिविधियां बढ़ीं। कांची मठ कई स्कूल और अस्पताल भी चलाता है। इसके साथ ही प्रसिद्ध शंकर नेत्रालय मठ की तरफ से चलाया जाता है। 🇮🇳 परिचय-- जयेन्द्र सरवस्ती का जन्म 18 जुलाई, 1935 को #तंजावुर, #तमि...

Veer Surendra Sai | क्राँतिकारी वीर सुरेन्द्र साय | जन्म- 23 जनवरी, 1809; मृत्यु- 28 फ़रवरी, 1884

  🇮🇳 Veer Surendra Sai (born- 23 January, 1809; died- 28 February, 1884) क्राँतिकारी वीर सुरेन्द्र साय (साई) (जन्म- 23 जनवरी, 1809; मृत्यु- 28 फ़रवरी, 1884) भारतीय क्रांतिकारी थे। वह 16वीं शताब्दी में चौहान वंश के संबलपुर के महाराजा मधुकर साई के वंशज थे। वीर सुरेंद्र साई ने 1857 के विद्रोह से पहले ही विदेशी शासन के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी थी और विद्रोह के थम जाने के बाद भी उन्होंने इसे जारी रखा। उन्होंने संबलपुर में लगभग 1500 आदमियों की एक लड़ाकू सेना तैयार की थी। उन्होंने 1857 से 1862 तक अंग्रेज़ों के खिलाफ गुरिल्ला युद्ध जारी रखा। अंग्रेज़ों ने उन्‍हें पकड़ने के लिए हर हथकंडा अपनाया, किन्तु उन्‍हें रोक नहीं पाए। 🇮🇳 वीर सुरेंद्र साई का जन्म ग्राम #खिण्डा (#सम्बलपुर, #उड़ीसा) के चौहान राजवंश में 23 जनवरी, 1809 को हुआ था। इनका गाँव सम्बलपुर से 30 कि.मी. की दूरी पर था। युवावस्था में उनका विवाह हटीबाड़ी के जमींदार की पुत्री से हुआ, जो उस समय गंगापुर राज्य के प्रमुख थे। आगे चलकर सुरेन्द्र साई के घर में एक पुत्र मित्रभानु और एक पुत्री ने जन्म लिया। 🇮🇳 सन 1827 में सम्बलपुर के राजा क...

Rana Udai Singh | मेवाड़ के राणा साँगा के पुत्र और महाराणा प्रताप के पिता राणा उदयसिंह जी | Born: August 4, 1522 AD - Death: February 28, 1572 AD

  🇮🇳 राणा उदयसिंह (जन्म: 4 अगस्त, 1522 ई. - मृत्यु: 28 फ़रवरी, 1572 ई.) मेवाड़ के राणा साँगा के पुत्र और राणा प्रताप के पिता थे। इनका जन्म इनके पिता के मरने के बाद हुआ था और तभी गुजरात के बहादुरशाह ने चित्तौड़ नष्ट कर दिया था। इनकी माता कर्णवती द्वारा हुमायूँ को राखीबंद भाई बनाने की बात इतिहास प्रसिद्ध है। मेवाड़ की ख्यातों में इनकी रक्षा की अनेक अलौकिक कहानियाँ कही गई हैं। उदयसिंह को कर्त्तव्यपरायण धाय पन्ना के साथ बलबीर से रक्षा के लिए जगह-जगह शरण लेनी पड़ी थी। उदयसिंह 1537 ई. में मेवाड़ के राणा हुए और कुछ ही दिनों के बाद अकबर ने मेवाड़ की राजधानी चित्तौड़ पर चढ़ाई की। हज़ारों मेवाड़ियों की मृत्यु के बाद जब लगा कि चित्तौड़गढ़ अब न बचेगा तब जयमल और पत्ता आदि वीरा के हाथ में उसे छोड़ उदयसिंह अरावली के घने जंगलों में चले गए। वहाँ उन्होंने नदी की बाढ़ रोक उदयसागर नामक सरोवर का निर्माण किया था। वहीं उदयसिंह ने अपनी नई राजधानी उदयपुर बसाई। चित्तौड़ के विध्वंस के चार वर्ष बाद उदयसिंह का देहांत हो गया। 🇮🇳 राणा संग्राम सिंह उपनाम राणा सांगा एक बहुत ही वीर शासक थे। परिस्थितियों ने उनकी...

Arvind Kejriwal Defamation Case | केजरीवाल को माफ़ी न दे, सुप्रीम कोर्ट | सुप्रीम कोर्ट में अरविंद केजरीवाल ने माँगी माफी | लेखक : सुभाष चन्द्र

  किसी भी कीमत पर केजरीवाल को माफ़ी न दे -सुप्रीम कोर्ट ने माफी नामे पर थोड़ा गलत रुख अपनाया - सुप्रीम कोर्ट में माफ़ी के कोई मायने नहीं हैं - #केजरीवाल ने #ध्रुव_राठी के ट्वीट को #Retweet करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में माफ़ी मांगते हुए कहा है कि उनसे Retweet करने में गलती हुई है - इस पर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने शिकायतकर्ता #विकास #सांस्कृत्यान के वकील से पूछा कि क्या वो #मुख्यमंत्री के माफ़ी मांगने और गलती मान लेने से केस बंद करने को सहमत हैं - विकास के वकील ने कहा कि वे इस विषय में अपने Client से पूछ कर ही कुछ कह सकते हैं - केजरीवाल का वकील अभिषेक मनु सिंघवी तड़प रहा था कि आगामी चुनाव को देख कर लोग ट्रायल में जल्दी  कर रहे हैं - अदालत ने ट्रायल कोर्ट को 11 मार्च तक कोई कार्रवाई करने से मना कर दिया - आज वैसे केजरीवाल का वकील सिंघवी राज्य सभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश में पिट गया है  अब सवाल उठता है कि केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट के 5 फरवरी के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में  चुनौती दी थी क्योंकि हाई कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के समन ...

Ganesh Vasudev Mavalankar ji | Freedom Fighter | First Speaker of the Lok Sabha | स्वतंत्रता सेनानी | लोकसभा के प्रथम अध्यक्ष | गणेश वासुदेव मावलंकर जी

  🇮🇳 गुजराती भाषा में लिखी गई उनकी पुस्तक "मनावतना झरना" में उन कैदियों की कुछ सच्ची कहानियां हैं जिनसे वे स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान 1942 से 1944 की अवधि के दौरान अपनी जेल यातना के दौरान उनसे मिले थे और उनका मार्ग निर्देशन किया था। 🇮🇳 🇮🇳 यदि कोई यह पूछे कि लोक सभा के किस अध्यक्ष ने हमारी संसदीय संस्थाओं को सर्वाधिक प्रभावित किया तो निश्चित रूप से इस प्रश्न का उत्तर होगा - श्री गणेश वासुदेव मावलंकर, जिन्हें प्यार से #दादा_साहब #मावलंकर के नाम से याद किया जाता है तथा जिन्हें स्वयं पंडित जवाहर लाल नेहरू ने "लोक सभा के जनक" की उपाधि से सम्मानित किया था। 🇮🇳 नवोदित राष्ट्र की पहली लोक सभा के प्रथम अध्यक्ष के रूप में मावलंकर जी की भूमिका लोक सभा की कार्यवाही दक्षतापूर्वक संचालन करने तक ही सीमित नहीं थी अपितु एक ऐसे राजनेता और जनक की थी जिसे देश के लोकाचार के अनुरूप नियम, प्रक्रियाएं, रूढ़ियां और परपरायें निर्धारित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।  🇮🇳 उन्होंने अपनी इस जिम्मेदारी को धैर्य, पूरी लगन तथा बुद्धिमत्तापूर्वक और इन सबसे बढ़कर उल्लेखनीय इतिहास बोध के साथ ...

Chandrashekhar 'Azad | Freedom Fighter | 23 July 1906 – 27 February 1931| चन्द्रशेखर 'आजाद स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी

  Chandrashekhar 'Azad | Freedom  Fighter | 23 July 1906 – 27 February 1931| चन्द्रशेखर 'आजाद  स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी  🇮🇳 चन्द्रशेखर 'आजाद (23 जुलाई 1906 — 27 फ़रवरी 1931) भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के स्वतंत्रता सेनानी थे। 🇮🇳 "मैं एक ऐसे धर्म में विश्वास करता हूँ जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है।"  🇮🇳 स्वतंत्र सेनानियों में से एक थे चंद्रशेखर आजाद 🇮🇳 🇮🇳 चंद्रशेखर का जन्म 23 जुलाई, 1906 को मध्य प्रदेश के #भाबरा में #पंडित_सीताराम_तिवारी और #जागरानी_देवी के घर हुआ था। भाबरा में उन्होंने अपनी बुनियादी शिक्षा प्राप्त की और उच्च अध्ययन के लिए वे #वाराणसी में संस्कृत पाठशाला गए। उन्होंने बहुत कम उम्र में कट्टरपंथी गतिविधियों में भाग लेना शुरू कर दिया था। वे सबसे प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे, जिन्होंने बहुत कम उम्र में भारत की स्वतंत्रता के लिए संग्राम में भाग लिया था। 🇮🇳 आजाद की लोकप्रियता 13 अप्रैल, 1919 को #जलियांवाला_बाग की घटना से प्रभावित हुई। फिर चंद्रशेखर आजाद जल्द ही 1920 में #महात्मा_गाँधी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन का...

Nanaji Deshmukh ji | 11 October, 1916-27 February, 2010 | चंडिकादास अमृतराव | नानाजी देशमुख | प्रख्यात समाजसेवक

  Nanaji Deshmukh ji | 11 October, 1916-27 February, 2010 | चंडिकादास अमृतराव | नानाजी देशमुख | प्रख्यात समाजसेवक #एक_निष्काम_कर्मयोगी #ग्रामोदय_से_राष्ट्रोदय 🇮🇳 संस्कारहीन वातावरण देखकर उन्होंने गोरखपुर में 1950 में पहला #सरस्वती_शिशु_मंदिर स्थापित किया। 🇮🇳 🇮🇳 उन्होंने अपने 81वें जन्मदिन पर #देहदान का #संकल्प पत्र भर दिया था। अतः देहांत के बाद उनका शरीर चिकित्सा विज्ञान के छात्रों के शोध हेतु दिल्ली के आयुर्विज्ञान संस्थान को दे दिया गया। 🇮🇳 🇮🇳 ग्राम #कडोली (जिला #परभणी, #महाराष्ट्र) में 11 अक्तूबर, 1916 (शरद पूर्णिमा) को श्रीमती #राजाबाई की गोद में जन्मे #चंडिकादास_अमृतराव (नानाजी) देशमुख ने भारतीय राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी। 1967 में उन्होंने विभिन्न विचार और स्वभाव वाले नेताओं को साथ लाकर उ.प्र. में सत्तारूढ़ कांग्रेस का घमंड तोड़ दिया। अतः कांग्रेस वाले उन्हें नाना फड़नवीस कहते थे। छात्र जीवन में निर्धनता के कारण अपनी पुस्तकों के लिए वे सब्जी बेचकर पैसे जुटाते थे। 1934 में #डॉ_हेडगेवार द्वारा निर्मित और प्रतिज्ञित स्वयंसेवक नानाजी ने 1940 में उनकी चिता के सम्मुख प्रचारक ब...

Pankaj Udhas | Indian Ghazal and Playback Singer | पंकज उधास - गज़ल गायक | 17 May 1951 – 26 February 2024

Pankaj Udhas (17 May 1951 – 26 February 2024) was an Indian ghazal and playback singer known for his works in Hindi cinema, and Indian pop. He started his career with a release of a ghazal album titled Aahat in 1980 and subsequently recorded many hits like Mukarar in 1981, Tarrannum in 1982, Mehfil in 1983, Pankaj Udhas Live at Royal Albert Hall in 1984, Nayaab in 1985 and Aafreen in 1986 पंकज उधास भारत के एक गज़ल गायक थे। भारतीय संगीत उद्योग में उनको तलत अज़ीज़ और जगजीत सिंह जैसे अन्य संगीतकारों के साथ इस शैली को लोकप्रिय संगीत के दायरे में लाने का श्रेय दिया जाता है। उदास को फिल्म नाम में गायकी से प्रसिद्धि मिली, जिसमें उनका एक गीत "चिठ्ठी आई है" काफी लोकप्रिय हुआ था जो तुरंत हिट हो गया। इसके बाद उन्होंने कई हिंदी फिल्मों के लिए पार्श्वगायन किया। दुनिया भर में एल्बम और लाइव कॉन्सर्ट ने उन्हें एक गायक के रूप में प्रसिद्धि दिलाई। 2006 में, पंकज उधास को भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया। उनके भाई निर्मल उदास  और मनहर  उदास भी गायक हैं। पंकज...

India's First Woman Doctor | Anandi Gopal Joshi | भारत की पहली महिला डॉक्टर | आनंदी_गोपाल_जोशी | 31 मार्च 1865-26 फरवरी 1887

  India's first woman doctor #Anandi_Gopal_Joshi on her death anniversary! भारत की पहली महिला डॉक्टर #आनंदी_गोपाल_जोशी की पुण्य तिथि पर! 🇮🇳 मात्र 22 वर्ष की अल्पायु में दुनिया के इतिहास में अमर हुई #भारत_की_बेटी की जीवन-गाथा 🇮🇳 🇮🇳 महज 14 दिनों में उनकी खुशियां छिन गईं. उन्होंने बेटे को जन्म दिया था लेकिन किसी बीमारी से ग्रसित होने की वजह से उनका बच्चा दस दिनों के भीतर ही मर गया. बच्चे की मौत से भीतर ही भीतर टूट टुकी आनंदी ने यह तय किया था कि अब वह किसी भी बच्चे को इलाज के अभाव में मरने नहीं देंगी. 🇮🇳 🇮🇳 पढ़ना लिखना तो महिलाओं के लिए भारत में कभी आसान नहीं था. हाँ अपनी रूचि के अनुसार राजा-महाराजा और बड़े परिवार वाले बेटियों को अस्त्र-शस्त्र का ज्ञान दिया करते थे. लेकिन आज हम बताएंगे कि उस जमाने में जब महिलाओं को बचपन में ही ब्याह दिया जाता था #आनंदीबेन_जोशी को कैसे गर्व प्राप्त हुआ देश की #पहली महिला डॉक्टर बनने का और कैसे वह अपनी पढ़ाई को पूरा करने सात समंदर पार भी पहुँची. और उनके इस सपने में साथ था भारतीय समाज. 🇮🇳 आज महिलाओं की गिनती आधी आबादी के रूप में की जाती है…पर्...

Iran is bombing and India has cut off Pakistan's water supply | ईरान बम मार रहा है और भारत ने पाकिस्तान का पानी बंद कर दिया | चुनाव में फिर मामला गोल हो गया - लेखक : सुभाष चन्द्र

ईरान  बम मार रहा है और  भारत ने पाकिस्तान का पानी बंद कर दिया, चुनाव में फिर मामला गोल हो गया - एटम बम कहां गए ? #दारुल #उलूम #देवबंद #फतवा दे रहा है भारत को #गज़वा-ए -हिंद  बनाने का जबकि यह नहीं देखते कि 75 साल पहले गज़वा-ए-पाकिस्तान लेकर क्या कर लिया, आज लोगों को खाने के लाले पड़े हैं और पूरा मुल्क पाकिस्तान “कटोरा” हाथ में लिए भीख मांगता फिर रहा है - यही हालत भारत की भी करना चाहते हैं यहां के  #मुसलमान जो सब कुछ सुविधाएं मिलने पर भी कह रहे है कि बस किसी तरह #मोदी को हराना है - पाकिस्तान पर  फिर ईरान ने #सर्जिकल_स्ट्राइक कर दी और जैश - ए -अदल के वरिष्ठ कमांडर इस्माइल शाहबख्श को पाकिस्तान के क्षेत्र में ही हमला कर उसके कई साथियों समेत 72 हूरों के पास भेज दिया - इसके पहले भी ईरान ने जनवरी में ऐसा ही हमला किया था - उधर #अफगानिस्तान का #TTP जब मर्जी पाकिस्तान को पेल देता है - लेकिन पाकिस्तान की फितरत थी कि भारत को धमकी दिया करता था कि “हमारे पास एटम बम है” और वो किसी शबे बारात के लिए नहीं हैं लेकिन कभी भारत पर एटम बम चलाने की सोच भी नहीं सका पाकिस्तान क्योंकि बम फटने...

Vinayak Damodar Savarkar | Freedom Fighter | स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर | विनायक दामोदर सावरकर | 28 मई 1883 - 26 फरवरी 1966

  🇮🇳विनायक दामोदर सावरकर (जन्म: 28 मई 1883 - मृत्यु: 26 फरवरी 1966) भारत के क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी, समाजसुधारक, इतिहासकार, राजनेता तथा विचारक थे। उनके समर्थक उन्हें वीर सावरकर के नाम से सम्बोधित करते हैं।। हिन्दू राष्ट्रवाद की राजनीतिक विचारधारा 'हिन्दुत्व' को विकसित करने का बहुत बड़ा श्रेय सावरकर को जाता है। 🇮🇳 विनायक दामोदर सावरकर यानी स्वातंत्र्यवीर सावरकर पर एक विचारधारा विशेष के लोग आरोप लगाते रहे हैं। उनका आरोप है कि वीर सावरकर ने तत्कालीन ब्रितानी हुकूमत से माफ़ी माँगी थी और उनकी शान में क़सीदे पढ़े थे। यद्यपि राजनीतिक क्षेत्र में आरोप लगाओ और भाग जाओ की प्रवृत्ति प्रचलित रही है। उसके लिए आवश्यक प्रमाण प्रस्तुत करने का दृष्टांत कोई सामने नहीं रखता। परंतु प्रश्न यह उठता है कि क्या उन आरोपों से उनका महात्म्य कम हो जाता है? आइए, उन पर लगे आरोपों के आईने में उनका अवलोकन-मूल्यांकन करें। 🇮🇳 उनकी माफ़ी उनकी रणनीतिक योजना का हिस्सा भी तो हो सकती है! क्या शिवाजी द्वारा औरंगज़ेब से माफ़ी माँग लेने से उनका महत्त्व कम हो जाता है? कालेपानी की सज़ा भोगते हुए गुमनाम अँधेरी कोठरी...