देश की बदहाली का दाग नेहरू को लगाए जयराम रमेश,.... मोदी को नहीं
Hindustan Urvarak & Rasayan Ltd (HURL) Sindri Fertiliser Plant | राष्ट्र को समर्पित |
जितना नेहरू का गुणगान करोगे, उतने नेहरू “बेपर्दा” होते जाएंगे -
पिछले 10 वर्ष में जो भी कुछ काम हुआ उसके लिए कांग्रेस के नेता घुमा फिरा कर नेहरू को श्रेय दे देते हैं और साबित करते हैं कि इसमें मोदी की उपलब्धि नहीं है - यहां तक चंद्रयान - 3 की सफलता के लिए भी नेहरू को हार पहना दिया और कह दिया मोदी का कोई योगदान नहीं है लेकिन कांग्रेस फिर देश की बदहाली के लिए नेहरू को जिम्मेदार क्यों नहीं मानती - एक तिहाई कश्मीर पाकिस्तान को देना और हज़ारों एकड़ भूमि पर चीन के कब्जे के लिए नेहरू को तमगा क्यों नहीं पहनाते
अभी एक हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 plants को पुनर्जीवित करके झारखंड का Hindustan Urvarak & Rasayan Ltd (HURL) Sindri Fertiliser Plant राष्ट्र को समर्पित किया - इस पर कांग्रेस ने बड़बोले नेता जयराम रमेश ने 2 फोटो शेयर करते हुए बताया कि सिंदरी प्लांट तो 1952 में नेहरू जी शुरू किया था और मोदी पर तंज कसते हुए कहा -
"Today of course, the Prime Minister is in Sindri claiming credit -Prime Minister Narendra Modi on Friday dedicated to the nation ₹8,900-crore fertiliser plan in Sindri and said it was 'Modi ki guarantee' which he fulfilled in six years.
सिंदरी कारखाने में आमोनियम नाइट्रेट का प्रोडक्शन सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर 1951 को शुरू हो चुका था लेकिन इसका उद्घाटन 1952 में नेहरू के हाथों कराया गया था -
प्रधानमंत्री मोदी के हर काम से जलने वाले कांग्रेसी नेहरू को रोते फिरते हैं और किसी भी हद तक झूठ बोलते हैं - सिंदरी कारखाना 1991 में घाटे की वजह से BIFR (Board of Industrial and Financial Reconstruction) में चला गया था -
गोरखपुर, रामगुंडम, तलचर और कोरबा समेत सिंदरी कारखाना BIFR को रेफर हो गए थे और उन्हें 1992 में Sick घोषित कर दिया गया था -
यदि आज सिंदरी कारखाना मोदी द्वारा फिर से शुरू करने पर भी नेहरू को श्रेय देना चाहते हो तो 1991 - 1992 उसके Sick होने के लिए भी नेहरू को जिम्मेदार कहने की हिम्मत करो
5 सितंबर, 2002 को अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने सिंदरी समेत गोरखपुर, तालचर और रामागुंडम के खाद कारखाने को बंद करने का निर्णय लिया और 31 दिसंबर, 2002 को ये सभी प्लांट बंद हो गए -
मोदी सरकार ने 21 मई 2015 को बंद पड़े सिंदरी खाद कारखाने को पुनर्जिवित करने के लिए 10,500 करोड़ रुपए की कैबिनेट से मंजूरी ली थी। जिसका शिलान्यास 25 मई 2018 को किया गया और अब 6 साल से भी कम समय में काम पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इसका उद्घाटन किया तो नेहरू जी याद आ गए जयराम रमेश को -
मोदी द्वारा उद्घाटन किए गए हिंदुस्तान उर्वरक & रसायन लिमिटेड (HURL) Sindri Fertiliser Plant को पुनर्जीवित करने में 8939.25 crores रुपए से ज्यादा खर्च आया है - यानी नेहरू के पैदा किए गए मृत कारखाने में जान डालने में जनता का करीब 9 हजार करोड़ रुपया लग गया मगर कारखाना फिर से शुरू करने का श्रेय नेहरू को देंगे बेशर्म कांग्रेसी -
इतना खर्च करने के बाद कर्मचारियों को एक और सुविधा दी जाएगी - वर्ष 2002 के 31 दिसंबर को फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की सिंदरी यूनिट, गोरखपुर, रामागुंडम, तलचर यूनिट को बंद कर लगभग सभी कर्मचारियों को वीआरएस के तहत सेवानिवृत्त कर दिया गया था। उस वक्त कर्मचारियों का 1992,1997 एवं 2002 का वेतन पुनरीक्षण बाकी था - उन VRS ले चुके कर्मचारियों को सभी Pay Revision के arrear भी दिए जाएंगे जो कभी कांग्रेस सरकार में उम्मीद नहीं की जा सकती -
कांग्रेस के लोग बेहतर है मोदी के प्रति ईर्ष्या की वजह से हुई नेत्रहीनता को त्याग दें तो अच्छा है - लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष होना चाहिए मगर जो विपक्ष कांग्रेस देना चाहती है वह किसी काम का नहीं है क्योंकि अब कांग्रेस मोदी का विरोध करते करते देश विरोध पर आ गई है -
लेखक : सुभाष चन्द्र | मैं हूं मोदी का परिवार | “मैं वंशज श्री राम का” 08/03/2024
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