पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का सम्राट माना जाता है
ग्रहों के मंडल में पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का सम्राट माना गया है ।
पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि है , शनि न्याय एवं स्थिरता का कारक ग्रह है
यही वजह है कि इस योग में जो कार्य किए जाते है वे शुभ तो होते है उसमें सफलता एवं स्थिरता की संभावना अधिक हो जाती है।
इस नक्षत्र में कोई कार्य करने से किसी भी प्रकार के कुयोग का प्रभाव नहीं होता है।
हम आगे बताने जा रहे है की इस दिन कौन क्या करे
व्यापारी/पेशेवर लोग बही खाता क्रय एवं नवीन कार्य की शुरूआत एवं प्रतिष्ठान का शुभारंभ करें ।
सभी लोग इस शुभ अवसर पर सोना-चांदी, इलेक्ट्रिक आयटम, वाहन खरीदी, भूमि भवन खरीदी का सौदा, नवीन ग्रह का शुभांरभ, ग्रहप्रवेश इत्यादि सभी मंगल कार्य कर सकते है।
ज्योतिषी रवि जैन
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