छः योगों के संयोग से होगी पांच दिवसीय दीपावली पर्व की शुरूआत
2017 के धनतेरस पर्व पर लक्ष्मी, वात्सल्य, बुधादित्य, ब्रह्म, भौमप्रदोष व्यापणी व सूर्य संक्राति जैसे बनेगे अद्भूत संयोग।इस साल वि.सं. 2074 में वर्ष के राजा मंगल है, मंगलवार को ही इस बार धनतेरस व भौमप्रदोष का संयोग बना है।धर्म सिंधु एवं पुराण में दी गई कथा के अनुसार कार्तिक मास में देवताओ एवं दैत्यों के मध्य हुए समुद्ध मंथन में कार्तिक मास कृष्णपक्ष की त्रयोदशी के दिन सफेद कलश में अमृत लेकर भगवान धन्वतरी अवतरित हुए थे ।धन के देवता कुबेर व आयुर्वेद के देवगुरू भगवान धन्वतरी की धनतेरस पर होगी पूजा, धार्मिक मान्यता के अनुसार धनतेरस की संध्या को अकाल मृत्यु के भय से निर्भय होने के लिए दीपदान कर यम को कर सकेगे प्रसन्न,धनतेरस से भाई दूज तक दुकानों, सरकारी एवं निजी कार्यालयो एवं लाईट की रौशनी से जगमगाऐंगे।...ज्योतिषी रवि जैन (मेरी दुनिया - G MEDIA)
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