दीपावली 12 साल बाद गजकेसरी, बुधादित्य, गुरूचित्रा व वात्सल्य योग के अदभुत संयोग के साथ मनेगी इस बार.....
शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माने जाने वाले वृहस्पति वार के दिन बारह साल बाद दीवाली पर गजकेसरी, बुधादित्य, गुरूचित्रा योग व वात्सल्य योग एक साथ बनने जा रहा है ।
इस योग में माॅ लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर व्यापार-व्यवसाय, घरों में सालभर लक्ष्मी की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
19 अक्टुम्बर 2017 गुरूवार को दीवाली के दिन तुला राशि में गुरू-चंद्र के योग से गज केसरी योग बारह साल बाद बन रहा है , इससेेेे पहले यह योग 2005 में बना था, और साल 2029 में बनेगा।
गजकेसरी योग के साथ ही सूर्य-बुध के योग से बुधादित्य व मंगल-शुक्र के योग से वात्सल्य योग भी बन रहे है ।
दीवाली पर पूरे दिन महालक्ष्मी की पूजा की जा सकती है लेकिन ऐसी मान्यता है कि स्थिर लग्न में लक्ष्मी पूजा करने से वर्षभर धन की कमी नही रहती है।
महालक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
प्रातः 06ः29 मिनट से 07ः55 मिनट तक शुभ ,
दोपहर 12ः13 मिनट से 03ः04 मिनट तक लाभ-अमृत
दोपहर 04ः30 मिनट से 05ः54 मिनट तक शुभ
संध्या 05ः54 मिनट से 07ः38 मिनट तक अमृत
लक्ष्मी पूजा हेतु स्थिर लग्न वृषभ
07ः26 मिनट से 09ः44 मिनट तक रहेगा
और प्रदोष काल संध्या 5 बजकर 54 मिनट से 8 बजकर 26 मिनट तक स्पष्ट प्रदोष काल में महालक्ष्मी के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त में पूजन करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा।
इसके बाद मध्यरात्रि 12ः11 मिनट से 01ः45 मिनट तक लाभ के चैधडिया मे पुजा करना भी शुभ रहेगा ।
दीपावली के पावन पर्व पर मेरी दुनिया, जी मिडीया परिवार और ज्योतिषी रवि जैन की और से आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
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