#मकर_संक्रांति, #Makar_Sankranti, #Importance_of_Makar_Sankranti मकर संक्रांति' का त्यौहार जनवरी यानि पौष के महीने में मनाया जाता है। हिंदू धर्म में सूर्य यानि सूरज को प्रमुखता दी जाती है। जिसकी वजह से हिंदू धर्म में सूर्य की दिशा परिवर्तन के मुताबिक त्यौहारों और मांगलिक कार्यों की तिथि का निर्धारण किया जाता है। हिन्दू शास्त्रों में हर महीने को दो भागों में बांटा गया है - #कृष्ण पक्ष और #शुक्ल पक्ष। इसी तरह साल को भी दो हिस्सों में बांटा गया है।अयन दो तरह के होते हैं #उत्तरायण और #दक्षिणायन। सूर्य के उत्तर दिशा में अयन (गमन) को उत्तरायण कहा जाता है। साल को उत्तरायण और दक्षिणायन के रूप में बांटने के पीछे सूर्य की दिशा परिवर्तन को मुख्य वजह होती है। पौष माह यानि जनवरी के महीने में मकर संक्रांति' के समय सूर्य अपनी दिशा में (सूर्य पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए) की दिशा में परिवर्तन करते हुए दक्षिण से उत्तर दिशा की तरफ आ जाता है। जिसकी वजह से इस काल को उत्तरायण भी कहा जाता है। जब सूर्य देव उत्तरायण होते हैं तो बेहद शुभ समय होता है, क्योंकि पृथ्वी प्रकाशमय रहती है इस प्...