सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

अक्टूबर, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Happy Dussehra दशहरा विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं

#दशहरा, जिसे #विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख #हिंदू त्यौहार है। यह #त्यौहार नवरात्रि के अंत का प्रतीक है, जो #देवी #दुर्गा को समर्पित नौ रातों का उत्सव है। दशहरा आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में मनाया जाता है। यह भगवान #राम की राक्षस राजा #रावण पर जीत का जश्न मनाता है |  विजयादशमी का त्यौहार पूरे भारत में बुराई पर अच्छाई की जीत, असत्य पर सत्य, अनैतिकता पर नैतिकता की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। उत्तर भारत में इसे 'दशहरा' के रूप में मनाया जाता है और रावण पर भगवान राम की जीत को 'रावण दहन' के माध्यम से दर्शाया जाता है मैसूर का दशहरा प्रसिद्ध है क्योकि मैसूर के वोडेयार ने विजयनगर साम्राज्य के दक्षिणी भाग में एक राज्य का गठन किया और महानवमी (दशहरा) उत्सव का उत्सव जारी रखा, यह परंपरा राजा वोडेयार प्रथम (1578-1617 ई.) द्वारा सितंबर 1610 के मध्य में श्रीरंगपट्टनम में शुरू की गई थी।  शासकों के संरक्षण के कारण मैसूर में इसे शाही रंग प्राप्त हुआ तथा नलवाड़ी कृष्णराज वाडियार के शासनकाल में इसकी भव्यता चरम पर पहुंच गई, जिनका शासन काल...

ऊँ महा लक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात !!

  ॐ नमो ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं क्लीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी मम गृहे धनं देही चिन्तां दूरं करोति स्वाहा ॥ ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥ ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये, धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥ ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः  लक्ष्मी गायत्री"  ऊँ महा लक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च  धीमहि तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात !!  शुक्र गायत्री ऊँ भृगुसुताय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि, तन्न शुक्र: प्रचोदयात् !!  शुक्रकृपामय हो आपका आज का दिन ।  ऊँ  श्री महालक्ष्म्यै नमः ऊँ श्री शुक्राय नम:  सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।। सभी सुखी होवें,सभी रोगमुक्त रहें,सभी मंगलमय के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े। यौवनं जीवनं वित्तं छाया लक्ष्मीश्च स्वामिता। चञ्चलानि षडेतानि ज्ञात्वा धर्मरतो भवेत्।। यौवन, जीवन, धन, छाया, लक्ष्मी और प्रभुत्व - ये छः चंचल होते हैं, यह जानकर मनुष्य को धर्माचारी होना चाहिए। धन की दे...

Navratri नवरात्रि

शरद ऋतु की शुरुआत में पड़ने वाला त्यौहार, जिसे शरद #नवरात्रि भी कहा जाता है, सबसे महत्वपूर्ण है। #नवरात्रि से वातावरण के तमस का अंत होता है और सात्विकता की शुरुआत होती है. मन में उल्लास, उमंग और उत्साह की वृद्धि होती है. दुनिया में सारी #शक्ति, #नारी या #स्त्री स्वरूप के पास ही है. इसलिए इसमें देवी की उपासना ही की जाती है। यह त्यौहार देवी दुर्गा को समर्पित है, जिनके नौ रूपों की नौ दिनों तक पूजा की जाती है । प्रतिपदा से लेकर #नवमी तक माता चंडी को प्रसन्न करने के लिए प्रभु श्री राम ने अन्न जल कुछ भी ग्रहण नहीं किया. नौ दिनों तक माता #दुर्गा के स्वरूप #चंडी देवी की उपासना करने के बाद भगवान #राम को #रावण पर विजय प्राप्त हुई थी. ऐसा माना जाता है कि तभी से नवरात्रि मनाने और 9 दिनों तक व्रत रखने की शुरुआत हुई | #नवरात्रि_व्रत रख रहे हैं, तो इस व्रत में आपको पूरी तरह से शुद्ध और पवित्र होना चाहिए। आप तन, मन और विचार से शुद्ध रहें। ... नौ दिनों  के व्रत में मन को शांत रखते हुए क्रोध न करें। दिन भर मां के नामों का जाप करें और किसी भी महिला या कन्या का अपमान न करें। दुर्गा के नौ रूप और नौ दिन...